कलेक्टर श्री तेजस्वी एस. नायक ने गुरूवार को जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की बैठक ली। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया सहित चिकित्सकगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री नायक ने जिला अस्पताल में क्लीनिकल प्रशिक्षण ले रहीं निजी नर्सिंग कॉलेज की नर्सिंग छात्राओं के बैच में से बेहतर उपलब्धि वाली दो छात्राओं का चयन कर 11 फरवरी के पूर्व कार्पोरेट अस्पताल के भ्रमण पर भेजे जाने के सीएमएचओ डॉ. चौरसिया को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्राएं तीन माह के पूर्ण समय में एक ही ओपीडी में नियमित रूप से प्रशिक्षण प्राप्त करें। उन्होंने चिकित्सालय के गोदाम के सामने के स्थल पर तार फेंसिंग करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर श्री नायक ने कायाकल्प अभियान की समीक्षा करते हुए संबंधित नोडल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन एवं व्यवस्थापन हेतु किए जा रहे नवाचारों की सराहना करते हुए हर्बल गार्डन, कुर्सियों की उपलब्धता एवं गीले-सूखे कचरे के डस्टबिन के व्यवस्थापन के संबंध में व्यापक निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय के संपूर्ण परिसर की फेंसिंग कराये जाने, अस्पताल परिसर में आवारा पशुओं की रोकथाम करने एवं सम्पूर्ण दस्तावेजों को व्यवस्थित रूप से संधारित करने एवं आईएसओ की प्रक्रिया पूर्ण किए जाने हेतु निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय के बाहरी क्षेत्र में मरीजों के परिजनों हेतु विकसित किए जाने वाले बगीचे एवं वेटिंग एरिया के प्लान का पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से दो प्रकार के काल्पनिक नमूनों का अवलोकन किया एवं लगाए जाने वाले पौधों की जानकारी ली तथा सुदृढ़ीकरण हेतु उपयुक्त पौधों की उपलब्धता पर चर्चा की। उन्होंने आमजन के आकर्षण एवं सहजता हेतु ग्रीन वॉल के संबंध में निर्देशित करते हुये अनुमानित लागत एवं तैयारियों पर भी चर्चा की।
कलेक्टर श्री नायक ने पीड्रियाटिक दंत ओपीडी का भी अवलोकन किया एवं ओपीडी में किये गये नवाचारों की सराहना की एवं आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में अनुपस्थित चिकित्सकों/अधिकारियों के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी किये जाने के निर्देश दिए गए। बैठक में चिकित्सकगण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की बैठक ली