माटीकला की नई तकनीकियां बन सकती हैं बेहतर आय का जरिया


युवा उद्यमी भी माटीकला के क्षेत्र में आगे आएं
मुलताई में आयोजित प्रशिक्षण में बोले पीएचई मंत्री श्री सुखदेव पांसे
मुलताई क्षेत्र में माटीकला कार्य से जुड़े प्रजापति समाज के लोगों एवं युवाओं को इस व्यवसाय की नई तकनीकियों की जानकारी देने के उद्देश्य से बुधवार को भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग मंत्रालय के सेंटर फॉर डेव्लपमेंट ऑफ ग्लास इण्डस्ट्री एवं विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सेंट्रल ग्लास एवं सेरेमिक रिसर्च संस्थान के वैज्ञानिकों तथा तकनीकी अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। प्रशिक्षण में माटीकला कार्य से जुड़ीं विभिन्न तकनीकियों एवं इसके व्यावसायिक लाभों की जानकारी दी। 
नगरपालिका मुलताई में आयोजित इस प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि वर्तमान समय में बेहतर रोजगार एवं ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए नई तकनीकियों के उपयोग की जरूरत है। मिट्टी कार्य से जुड़े प्रजापति समाज के लोगों एवं इस कार्य में रूचि रखने वाले अन्य युवा उद्यमियों से अपेक्षा है कि वे माटीकला की नवीन तकनीकियों से परिचित हों एवं इस व्यवसाय से जुडक़र बेहतर स्वरोजगार प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि माटीकला के क्षेत्र में सुंदर से सुंदर कलाकृतियां बनाई जा सकती है, जो बाहर के बाजारों में बहुत ऊंचे दामों पर बिकती हैं। मंत्री श्री पांसे ने कहा कि माटीकला तकनीकी की जानकारी देने मुलताई आये वैज्ञानिकों एवं तकनीकी विशेषज्ञों से मिलने वाले प्रशिक्षण का लाभ लें एवं इसका माटीकला व्यवसाय में बेहतर उपयोग करें। उन्होंने कहा कि उक्त वैज्ञानिकों एवं तकनीकी अधिकारियों द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से भी माटीकला तकनीकियों की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन सेंट्रल ग्लास एवं सेरेमिक रिसर्च संस्थान के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. एलके शर्मा, तकनीकी अधिकारी श्री केसी सिंह, सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग मंत्रालय के सेंटर फॉर डेव्लपमेंट ऑफ ग्लास इण्डस्ट्री के डायरेक्टर श्री संजीव एवं कांच विशेषज्ञ श्री जेपी यादव सहित अन्य विशेषज्ञ अधिकारियों ने माटीकला एवं टेराकोटा कलाकृतियों संबंधी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया। इस दौरान मुलताई के माटीकला कार्य से जुड़े प्रजापति समाज के लोग एवं युवा उद्यमी मौजूद थे।