शासकीय जयवंती हॉक्सर महाविद्यालय में नारे लेखन प्रतियोगिता आयोजित


स्वास्थ्य विभाग द्वारा शासन के निर्देशानुसार आयुष्मान भारत निरामयम मप्र योजना के अंतर्गत शासकीय जयवंती हॉक्सर महाविद्यालय बैतूल में नारे लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में कुमारी दीपाली पांडे पिता श्री बाबूराव पांडे एम.कॉम तृतीय वर्ष प्रथम, कुमारी मीनाक्षी राजुरकर पिता श्री मिश्रीलाल राजुरकर बी.एससी. प्रथम वर्ष द्वितीय, कुमारी दिव्या नांदुरकर बी.एस.सी. तृतीय वर्ष तृतीय रहीं। जिन्हे 500, 300, एवं 200 रूपये का पुरूस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में श्री नीलेश भुसुमकर बीएससी द्वितीय वर्ष, श्री प्रवीण रामदास नर्रे बीएससी प्रथम वर्ष, श्री प्रकाश मूरतलाल उइके बीए प्रथम वर्ष को सांत्वना पुरूस्कार दिया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये प्राचार्या श्रीमती विजेता चौबे ने कहा कि आयुष्मान भारत निरामयम म.प्र. योजना के अंतर्गत नारे लेखन प्रतियोगिता का उद्देश्य अधिक से अधिक से अधिक ग्रामीण अंचल तक योजना का प्रचार-प्रसार एवं स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को सुलभ बनाना है। महाविद्यालय में अध्ययनरत् ग्रामीण अंचलों के छात्र-छात्राएं इस मंच से ग्रहण की गई जानकारियों को घर-परिवार, पड़ोस एवं आमजन तक पहुंचायें, ऐसी शासन की मंशा है। शासन की इस योजना से अधिकाधिक लोग लाभांवित हों, यही स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य है।
कार्यक्रम को एनएसएस के नोडल अधिकारी एवं जिला संगठक डॉ. सुखदेव डोंगरे ने संबोधित करते हुये कहा कि किसी भी प्रकार की आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग लेने से छात्र-छात्राओं की प्रतिभा का प्रदर्शन होता है। आयुष्मान योजना से आर्थिक रूप से अक्षम परिवार लाभांवित हों यही इस योजना का उद्देश्य है।
जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती श्रुति गौर तोमर ने छात्र-छात्राओं को बताया कि प्रदेश में वर्ष 2018 से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच निर्धन वर्ग के लोगों तक सुलभ बनाने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत निरामयम मध्यप्रदेश योजना संचालित है। इस योजना के तहत् सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना में चिन्हित, खाद्य पात्रता पर्ची धारक तथा संबल योजना के हितग्राही को प्रत्येक वर्ष प्रत्येक परिवार को पांच लाख रूपये तक कैशलेस इलाज की सुविधा शासकीय चिकित्सालय, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय तथा चिन्हित निजी अस्पतालों के माध्यम से दी जाती है। योजना के तहत पात्र प्रत्येक परिवार को पांच लाख रूपये प्रतिवर्ष उपचार हेतु लाभ, स्वास्थ्य सुरक्षा कवच निजी एवं शासकीय अधिमान्य अस्पतालों के माध्यम से उपलब्ध है। योजना के तहत विभिन्न मेडिकल प्रोसिजर्स के लिए पैकेज निर्धारित किया गया है। यह स्वास्थ्य सुरक्षा कवच कैशलेस है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आयुष्मान मित्र की सहायता से गोल्डन कार्ड कॉमन सर्विस सेन्टर द्वारा बनाया जाता है। 
कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र श्री मनोज घोरसे, सहायक प्राध्यापक समाजशास्त्र श्री संतोष पवार, सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र श्री मनोहर गावंडे उपस्थित रहे।