मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि शीत लहर के अत्यधिक प्रभावित जिलो में बैतूल सम्मिलित है, जहां शीतल दिन या तीव्र शीतल दिन दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त भी आगामी दिवसो में शीत लहर एवं तीव्र शीत लहर चलने की संभावना है।
डॉ. चौरसिया ने बताया कि ऐसी स्थिति में दीर्घकालीन बीमारियों (क्रोनिक डिसीज) जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, श्वास संबंधी बीमारियों वाले मरीज, वृद्ध पुरूष जिनकी आयु 64 वर्ष से अधिक, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाओं आदि को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।
कि इस विशेष समूह को तथा जनसामान्य को ऐसे मौसम में सावधानियां बरतना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में पर्याप्त गर्म कपडे पहनें, जहां तक संभव हो घर पर ही रहें, मौसम की जानकारी हेतु रेडियो सुने, टीवी देखें एवं समाचार पत्र पढें़, नियमित रूप से गर्म पेय पीते रहें। इसके अतिरिक्त अल्प तापवस्था (हायपोथर्मिया) के लक्षण जैसे सामान्य से कम शरीर का तापमान, न रूकने वाली कंपकंपी, याददाश्त चले जाना, बेहोशी या मूर्छा की अवस्था का होना, जबान का लडख़ड़ाना आदि प्रकट होने पर तत्काल उचित इलाज हेतु निकट के शासकीय स्वास्थ्य संस्था पर संपर्क करे एवं उचित उपचार लें।
डॉ. चौरसिया ने बताया कि ऐसी स्थिति में दीर्घकालीन बीमारियों (क्रोनिक डिसीज) जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, श्वास संबंधी बीमारियों वाले मरीज, वृद्ध पुरूष जिनकी आयु 64 वर्ष से अधिक, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाओं आदि को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।
आवश्यक सावधानियां डॉ. चौरसिया ने बताया कि इस विशेष समूह को तथा जनसामान्य को ऐसे मौसम में सावधानियां बरतना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में पर्याप्त गर्म कपडे पहनें, जहां तक संभव हो घर पर ही रहें, मौसम की जानकारी हेतु रेडियो सुने, टीवी देखें एवं समाचार पत्र पढें़, नियमित रूप से गर्म पेय पीते रहें। इसके अतिरिक्त अल्प तापवस्था (हायपोथर्मिया) के लक्षण जैसे सामान्य से कम शरीर का तापमान, न रूकने वाली कंपकंपी, याददाश्त चले जाना, बेहोशी या मूर्छा की अवस्था का होना, जबान का लडख़ड़ाना आदि प्रकट होने पर तत्काल उचित इलाज हेतु निकट के शासकीय स्वास्थ्य संस्था पर संपर्क करे एवं उचित उपचार लें।
कि इस विशेष समूह को तथा जनसामान्य को ऐसे मौसम में सावधानियां बरतना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में पर्याप्त गर्म कपडे पहनें, जहां तक संभव हो घर पर ही रहें, मौसम की जानकारी हेतु रेडियो सुने, टीवी देखें एवं समाचार पत्र पढें़, नियमित रूप से गर्म पेय पीते रहें। इसके अतिरिक्त अल्प तापवस्था (हायपोथर्मिया) के लक्षण जैसे सामान्य से कम शरीर का तापमान, न रूकने वाली कंपकंपी, याददाश्त चले जाना, बेहोशी या मूर्छा की अवस्था का होना, जबान का लडख़ड़ाना आदि प्रकट होने पर तत्काल उचित इलाज हेतु निकट के शासकीय स्वास्थ्य संस्था पर संपर्क करे एवं उचित उपचार लें।