जिले के समीपस्थ ग्राम सरंडई निवासी 06 वर्षीय कुमारी वर्षा उइके पिता श्री सुमरत उइके बचपन में दुर्घटनावश जल गयी थी। जलने के कारण पैरों की उंगलियां आपस में चिपक गई थीं, जिससे वर्षा चल नहीं पाती थीं। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा वर्षा को ग्राम भ्रमण के दौरान देखा गया, जिसके बाद आयोजित शिविरों में सर्जरी हेतु वर्षा का परीक्षण करवाया गया, किन्तु वर्षा के परिजन किसी भी प्रकार की सर्जरी के लिये तैयार नहीं थे। पाढर चिकित्सालय के दल एवं आरबीएसके दल द्वारा लगातार वर्षा के परिजनों को नि:शुल्क उपचार के संबंध में परामर्श दिया जाता रहा एवं ऑपरेशन संबंधी उनकी भ्रांतियों का निराकरण किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जी. सी. चौरसिया के विशेष प्रयासों से 19 दिसंबर 2019 को वर्षा को पाढर अस्पताल में भर्ती किया गया व सीबीएन फाउन्डेशन दिल्ली के सहयोग से 20 दिसंबर 2019 को वर्षा का सफल नि:शुल्क बर्न ऑपरेशन किया गया एवं 30 दिसंबर 2019 को वर्षा को पाढर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जिसका फॉलोअप राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा 13 जनवरी 2020 को किया गया। वर्षा की अंगुलियों में हलचल होने लगी है और अब वर्षा अपने पैरों से सही ढंग से चल पा रही है। इस प्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के दल के प्रयासों से वर्षा की नि:शुल्क बर्न सर्जरी सम्पन्न हुई। अब वर्षा के परिजन स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त करते हैं।
सरंडई की वर्षा उइके की नि:शुल्क हुई बर्न सर्जरी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का मिला लाभ