होली पर्व पर बरतें सावधानी, केमिकल युक्त रंगों के इस्तेमाल से करें परहेज कोरोना वायरस से बचाव हेतु खेले सूखी होली


कोरोना वायरस से बचाव हेतु खेले सूखी होली

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि आगामी पर्व होली मनाने में बरती जाने वाली किसी भी प्रकार की असावधानी आंखों के लिए खतरा साबित हो सकती है। उन्होंने केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल न करने एवं कोरोना वायरस से बचाव हेतु सूखी होली खेलने की आमजन से अपील की है। 
होली खेलते समय बरतें सावधानी
डॉ. चौरसिया ने बताया कि घटिया व केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल और मुंह पर पानी फेंकना आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। आंखें शरीर का अहम अंग है, इसलिए सभी को सावधानी बरतनी चाहिए ताकि होली के रंग, बदरंग न हों। होली पर्व पर हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें। केमिकल युक्त रंगों से कई तरह के त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं। पिचकारी मुंह पर कतई न मारे, आंख में तेजी से पानी लगने से कोर्नियां पर जख्म हो सकता है। गंदे पानी का बिलकुल भी प्रयोग न करे क्योंकि इससे आंख में इंफेक्शन हो सकता है। जिन बच्चों को आंखों पर चश्मा चढ़ा हुआ है वे चश्मा उतारकर होली खेलें। होली के हुड़दंग में चश्मा टूट सकता है और उसका कांच आंख में भी घुस सकता है। यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं तो होली खेलने से पहले उन्हें निकालकर कर रख दें। चलती गाडिय़ों पर रंग न डालें। इससे दुर्घटना की संभावना रहती है। 
स्वास्थ्य से जुड़े संभावित जोखिम में सबसे पहले है एलर्जी, होली के रंग अक्सर केमिकल से बनाए जाते हैं और इनसे कुछ लोगों को ऐलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं। एलर्जी से त्वचा, आंखों, नाक और गले में जलन हो सकती है। इनसे संवेदनशील लोगों में सर्दी, खांसी और सांस की तकलीफें भी हो सकती हैं। इनसे दमा और अन्य जटिल समस्याएं गंभीर रूप ले सकती हैं। होली के रंगों में संभावित हानिकारक केमिकल्स से त्वचा की समस्याएं होने से स्वास्थ्य को बहुत बड़ा खतरा होता है। इनसे खुजली, लालिमा, सूखापन, स्केलिंग, जलन का एहसास और फुंसियां हो सकती हैं। होली के रंगों का प्रभाव बालों पर भी पड़ सकता है। कई लोगों को होली के बाद बालों का झडऩा, सिर की त्वचा पर खुजली, गंजापन, बालों का बेजान और रूखा होने जैसी समस्याओं का सामान करना पड़ता है। आंखों से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं, जिनमें जलन, खुजली, आंखों में अधिक पानी आना, रोशनी के प्रति अधिक संवेदनशीलता, आंखों में दर्द या लाल होने के लक्षण शामिल होते हैं। 
होली में कोरोना वायरस से बचाव के उपाय
वर्तमान समय में कोरोना वायरस के मद्देनजर गुलाल से सूखी होली खेला जाना ही उचित है। सुरक्षित होली के लिए इन सलाहों पर अमल करें ताकि त्यौहार का मजा फीका न पड़े। होली खेलने से पहले मॉइचराइजिंग लोशन, जैतून (ऑलिव) या नारियल का तेल त्वचा पर लगा लें। इससे आपकी त्वचा सुरक्षित भी रहती है और किसी प्रकार का रंग भी कम लगता है। होली के रंगों से आपके बाल और सिर की त्वचा खराब हो सकती है, इसलिये आप सिर और बालों में तेल लगा सकते हैं या कैप (टोपी) पहनकर उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं। केवल जैविक (ऑर्गेनिक) तरीके से बनाए रंगों का ही प्रयोग करें, सबसे अच्छे हैं प्राकृतिक सामग्रियों से बने रंग। होली मनाने के बाद अपने आपको साधारण पानी और साबुन से साफ  करें। कठोर साबुन, डिटर्जेंट या अन्य केमिकल का उपयोग करने से बचें, इनसे भी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। आंखों में रंग चले गए हों तो उन्हें ठंडे पानी से धो लें। किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र या जिला चिकित्सालय में सम्पर्क करें।