उद्यानिकी  के क्षेत्र में नवाचार करें किसान - कमिश्नर श्री श्रीवास्तव बैतूल जिले के किसानों से विस्तृत चर्चा कर जैविक खेती के लिए किया प्रोत्साहित


नर्मदापुरम् संभागायुक्त श्री रजनीश श्रीवास्तव ने बैतूल जिले के उद्यानिकी फसलों की खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों से कमिश्नर कार्यालय में विस्तृत चर्चा की। कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने कृषकों द्वारा अपनाई जा रही उद्यानिकी तकनीकों एवं जैविक खेती के संबंध में जानकारी ली। कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों की सुनिश्चित एवं नियमित आय हेतु किसान खाद्यान्न फसलों के साथ-साथ विभिन्न उद्यानिकी फसलों का भी रकबा बढ़ाए।
बैठक में उप संचालक उद्यान डॉ. आशा उपवंशी वासेवार, वरिष्ठ उद्यान अधिकारी श्री संतोष इवने के नेतृत्व में बैतूल जिले के सभी विकासखण्डों से लगभग 30 प्रगतिशील किसान उपस्थित हुए।
सभी किसानों द्वारा उनके द्वारा की जा रही उद्यानिकी की खेती के संबंध में संभागायुक्त को विस्तृत जानकारी दी गई। किसानों द्वारा शेडनेट-पॉली हाउस में सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, तोतापरी आम रोपण, काजू का बगीचा, आलू की खेती, पेठा कद्दू की खेती, संरक्षित खेती, अचार-सॉस ईकाई, जैविक खेती, सोलर ड्रायर आदि की जानकारी से कमिश्नर को अवगत कराया गया। बैठक में एक कृषक ने बताया कि जैविक खेती के माध्यम से लागत में कमी एवं उत्पादन में वृद्धि होने से उनकी आमदनी बढ़ी है। एक अन्य कृषक ने बताया कि उनके द्वारा फसल चक्र अपनाया गया है एवं पशुपालन तथा जैविक खाद के माध्यम से अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा रहा है। संरक्षित खेती अपनाकर किसान द्वारा एक एकड़ से पांच गुना अधिक उत्पादन लेने की बात भी कही गई।
कमिश्नर द्वारा बैतूल जिले के कृषकों द्वारा लाए गए देशी-विदेशी सब्ज्यिों, जैविक पर्पल पत्तागोभी, जैविक स्ट्रॉबेरी, जैविक एप्पल, बेर आदि की गुणवत्ता की प्रशंसा की गई।
कमिश्नर ने किसानों से हुई चर्चा के दौरान फसलों को बेचने में आ रही समस्या के लिए उप संचालक उद्यान को निर्देश दिए कि किसानों द्वारा उत्पादित फसलों की मार्केटिंग हेतु विभाग प्रयास करें एवं जैविक खेती से उत्पादित फल-सब्जियों एवं नई फसलों को खानपान में सम्मिलित करने हेतु उपभोक्ताओं को उनके लाभ के संबंध में अवगत कराकर उचित बाजार उपलब्ध कराया जाए। देश के दूरस्थ बाजारों में जहां कीमत अच्छी हो, वहां भी फल-सब्जियों के विक्रय का प्रयास विभाग द्वारा किया जाए। उन्होंने उप संचालक उद्यानिकी को निर्देश दिए कि वे विभाग द्वारा संचालित किसान समृद्धि बाजार के विस्तार की कार्ययोजना प्रस्तुत करते हुए ऐसे किसानों को भी चिन्हित करें जो उद्यानिकी की नवीन तकनीकों का प्रयोग कर विभिन्न फसलों का उत्पादन करना चाहते हैं, ऐसे किसानों के लिए विभाग विशेष प्रयास करें। उन्होंने किसानों को फल-सब्जियों के प्रसंस्करण के लिए भी प्रेरित किया। इस अवसर पर कमिश्नर ने किसानों से नरवाई न जलने की भी अपील की।