अत्यावश्यक परिस्थितियों में ही घर से निकलें लोग, अन्यथा होगी कार्रवाई- कलेक्टर व्यावसायिक एवं औद्योगिक गतिविधियों की अनुमति लेने हेतु अधिकारी नियुक्त कठिनाई के निराकरण हेतु कार्यपालिक मजिस्ट्रेट सह इंसिडेंट कमाण्डर को दें सूचना


कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री राकेश सिंह ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे लॉक-डाउन के दौरान अत्यावश्यक परिस्थितियों को छोडक़र घरों में ही रहें, अनावश्यक घरों से न निकलें अथवा सडक़ों पर खड़े न हों, ऐसा करने पर उनके विरूद्ध धारा 144 के अंतर्गत कार्रवाई की जा सकती है।


व्यावसायिक एवं औद्योगिक गतिविधियों की अनुमति हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त


कलेक्टर ने बताया कि जिले में प्रतिबंधात्मक आदेशों के अधीन रहते हुए अनेक तरह के कार्यों की मंजूरी दी गई है। जो व्यक्ति व्यावसायिक अनुमति प्राप्त करना चाहते हैं, वे वाणिज्यिक कर अधिकारी श्री शिवराज पाटीदार से मोबाइल नंबर 9826024692 पर व्हाट्सएप पर एवं उनके ईमेल आईडी cto.betul@mptax.mp.gov.in पर संपर्क कर सकते हैं। इसी तरह औद्योगिक इकाइयों की गतिविधियों की अनुमति हेतु जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री रोहित डाबर नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। उनका मोबाइल नंबर 9424426555 एवं ईमेल आईडी gmibet@nic.in है। उक्त दोनों अधिकारी इस तरह के समस्त प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में सुनिश्चित कराएंगे।


मालयान की व्यवस्था


लॉक-डाउन के दौरान किसी भी प्रकार के मालयान जैसे- ट्रक, लोडिंग पिकअप, लोडिंग ऑटो मुख्य सडक़ों पर निर्बाध रूप से आ-जा सकेंगे, परन्तु नगर के बाजारों मे स्थित गोडाउन्स में लोडिंग/अनलोडिंग सायं 7 बजे से रात्रि 11 बजे तक होगी। सभी प्रकार के माल वाहनों को किसी भी पास/अनुमति की आवश्यकता बिल्कुल नहीं है।


बाहर आने-जाने की अनुमति के संबंध में


उन्होंने बताया कि लॉक-डाउन के दौरान सभी प्रकार के चार पहिया एवं दो पहिया वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। जिन नागरिकों को आपात परिस्थिति में आना-जाना है, वे कृपया पोर्टल mapit.gov.in/covid-19 पर ऑनलाइन आवेदन करें, उन्हें ऑनलाइन ही इसकी सूचना प्राप्त होगी। आपात परिस्थितियों में अनुमति लेकर ही आवागमन करें। ऐसे कर्मी एवं ऐसी सेवाओं में लगे व्यक्ति जो अत्यावश्यक सेवा के हैं, वे लॉकडाउन अवधि में प्रारंभ से ही अपना परिचय पत्र दिखाकर दो पहिया वाहन में आ-जा रहे हैं एवं इनका आवागमन नियंत्रित है, परन्तु प्रतिबंधित नहीं है।


कठिनाई के निराकरण के लिए अनुविभागीय दण्डाधिकारी कार्यपालिक मजिस्ट्रेट सह इंसिडेंट कमाण्डर से संपर्क करें


उन्होंने बताया कि लॉक-डाउन के दौरान किसी भी कठिनाई के निराकरण के लिए संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी/कार्यपालिक मजिस्ट्रेट सह इंसिडेंट कमाण्डर से व्हाट्सएप पर संपर्क करें। एसएमएस भी भेज सकते हैं। समस्त अधिकारियों के मोबाइल नंबर कलेक्टर बैतूल जनसम्पर्क के फेसबुक पेज पर उपलब्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में समस्त सचिव ग्राम पंचायत एवं रोजगार सहायकों के पास ये नंबर हैं। वे भी नागरिकों की समस्त प्रकार की कठिनाइयों का निराकरण करने के लिए तत्पर हैं। नगरीय क्षेत्र के नागरिक संबंधित नगर पालिका/नगर परिषद् के ड्यूटी में लगे अधिकारी/कर्मचारी से संपर्क कर सकते हैं।


लॉक-डाउन के दौरान अन्य व्यवस्थाएं


समस्त प्रकार की ग्रामीण गतिविधियां जैसे मनरेगा के कार्य, उपार्जन कार्य, मंडियों में अनाज बेचने का कार्य, जिले में सोशल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क लगाकर करते हुए जारी है।
नगरीय सीमा को छोडक़र शासकीय निर्माण कार्य जारी है, जैसे- सिंचाईं, सडक़ निर्माण, पेयजल के कार्य, अन्य बड़े भवन संबंधी कार्य आदि। संबंधित ठेकेदारों को यह अनुमतियां उनके विभाग के जिलाधिकारी/अपर कलेक्टर/अनुविभागीय दण्डाधिकारी/तहसीलदारों से नियमों का सख्ती से पालन करने की शर्त पर दिलवा रहे हैं।
किसी भी प्रकार की कठिनाई के लिए जिला स्तर पर बनाये गए कॉल सेंटर फोन नंबर 07141-231308 पर लोक सेवा प्रबंधक विभाग के जिला प्रबंधक श्री मनीष वरवड़े को नोट कराया जा सकता है। विधि अनुसार तत्काल इसका निराकरण किया जाएगा।
जिले के समस्त जनप्रतिनिधियों का निरंतर मार्गदर्शन व सहयोग बैतूल जिले की व्यवस्थाओं में मिल रहा है एवं निरंतर इस संबंध में संवाद हो रहा है। कलेक्टर श्री सिंह द्वारा उन्हें धन्यवाद् देते हुए निरंतर सुझाव देते रहने का अनुरोध किया गया है।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा है कि समस्त मीडिया प्रतिनिधियों का भी सतत् सहयोग मिल रहा है। सभी मीडियाकर्मी अपने अच्छे कार्य के लिए बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने आमजन से अनुरोध किया है कि लॉक-डाउन, सोशल डिस्टेंसिंग, एसओपी का कड़ाई से पालन करें, इसी में उनके, उनके परिवार एवं समाज की सुरक्षा है।


जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह


कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि दिन-प्रतिदिन की समस्याओं एवं सामान्य व्यवस्था पर सुझाव देने हेतु जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह गठित किया गया है। इस समूह में पूर्व सांसद एवं विधायक श्री हेमन्त खण्डेलवाल, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के पूर्व प्रशासन श्री अरूण गोठी, जिला जन अभियान परिषद् के पूर्व उपाध्यक्ष एवं भारत-भारती आवासीय विद्यालय के सचिव श्री मोहन नागर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र देशमुख, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री ब्रजआशीष पाण्डे सहित विभिन्न व्यावसायिक संगठनों के अध्यक्षों एवं प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है।
इस समूह की अध्यक्षता जिला कलेक्टर करते हैं एवं समूह में सदस्य के रूप में जिला पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सज्रन, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड एवं समय-समय पर अन्य विभागों के अधिकारी भी बुलाए जाते हैं।
जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने सम्पूर्ण जिले में लगे स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर एवं अन्य सभी कर्मचारी, अन्य सभी निजी मेडिकल स्टाफ के कार्यों की सराहना की है। इसी प्रकार पुलिस अधिकारी एवं अन्य पुलिस कर्मचारी, नगरपालिका, ग्राम पंचायत के सभी अधिकारी-कर्मचारी, जिले का समस्त राजस्व स्टाफ एवं मैदानी क्षेत्र में काम कर रहे समस्त पटवारी, कोटवार, उपार्जन कार्य में कार्य कर रहे सहकारिता एवं अन्य विभाग के सभी अधिकारी-कम्रचारी, जिले के समस्त विभागों के समस्त अधिकारी-कर्मचारी, जो इस कार्य में बड़ी मेहनत एवं लगन से सेवा में लगे हैं, इनका भी प्रोत्साहन एवं हौंसला बढ़ाया गया है और कहा गया है कि वे इसी तरह कार्य में तत्परता से लगे रहें।


भैंसदेही के संबंध में व्यवस्था


कलेक्टर श्री राकेश सिंह ने बताया कि भैंसदेही में कोरोना पॉजीटिव को जो प्रकरण मिला था, वहां 06 अप्रैल 2020 से ही कन्टेन्मेंट एरिया घोषित है एवं सभी प्रकार के आवागमन को पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है। जिले में की गई अन्य व्यवस्थाएं इस तीन किमी की परिधि के क्षेत्र में लागू नहीं होती है। यहां मात्र अत्यावश्यक वस्तुएं डोर-टू-डोर दी जा रही है। महत्वपूर्ण प्रकरणों का दोबारा सेम्पल लिया गया है। इनकी रिपोर्ट आने पर इस क्षेत्र के संबंध में आगे की रणनीति तय की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक श्री डीएस भदौरिया ने भी जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे व्यवस्था का पालन करें एवं पुलिस कर्मियों का सहयोग करें।