लॉक डाउन अवधि में बैंक सखी गीता निरापुरे ने 440 ट्रांजेक्शन कर 8 लाख से अधिक राशि ग्रामीणों को घर-घर जाकर दी
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के दृष्टिगत जिले में प्रभावी लॉक-डाउन में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को घर बैठे बैंकिंग सुविधा का लाभ दिलाने में आजीविका मिशन से जुड़े स्व सहायता समूहों की महिलाएं अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
विकासखण्ड बैतूल के ग्राम जामठी निवासी श्रीमती गीता निरापुरे बैंक ऑफ महाराष्ट्र की गंज शाखा बैतूल के माध्यम से अपने ही ग्राम जामठी में बैंक सखी (बैंक करस्पोंडेंट) के रूप में कार्य कर ग्रामीणों को घर बैठे ही बैंकिंग सुविधाओं का लाभ दिला रही हैं। श्रीमती गीता निरापुरे ग्राम जामठी में आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित राधाकृष्ण आजीविकास स्व सहायता समूह की अध्यक्ष भी हैं।
श्रीमती निरापुरे बताती हैं कि वे आजीविका मिशन के अंतर्गत पूर्व में बैंक सखी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं। वर्तमान में प्रभावी लॉकडाउन के कारण लोग अपने-अपने घरों में हैं। ऐसे समय में ग्रामीणों को बीमारी के इलाज एवं आवश्यक सामग्री खरीदने हेतु नगद पैसों की जरूरत होने पर वे बैंक तक नहीं पहुंच पा रहे थे। साथ ही पेंशन की राशि के लिए भी पेंशनधारियों को भी बैंक तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इन परिस्थितियों को देखते हुए उन्होंने ग्रामीणों को घर बैठे बैंकिंग सुविधा का लाभ दिलाने का संकल्प लिया। उनके इसी जज्बे को देखते हुए बैंक ऑफ महाराष्ट्र की गंज शाखा द्वारा उन्हें कियोस्क सेंटर के रूप में मान्यता देकर बायो मैट्रिक मशीन एवं अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई। जिससे श्रीमती गीता ने ग्राम जामठी में ही ग्रामीणों को आधार नम्बर के माध्यम से घर पहुंच बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराना शुरू कर दिया, जिससे ग्रामीणों को परेशान नहीं होना पड़ रहा है। श्रीमती गीता ने लॉक डाउन अवधि के दौरान अभी तक 440 ट्रांजेक्शन कर 8 लाख 65 हजार 630 रूपए राशि का लेन-देन कर ग्रामीणों को घर-घर जाकर सुविधा प्रदान की है।
जामठी के ग्रामीणों को घर बैठे मिल रही बैंकिंग सुविधा