किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 15 अप्रैल से जिले में 79 केन्द्रों पर होगी खरीदी गेहूं का समर्थन मूल्य 1925 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित


राज्य शासन द्वारा रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी बुधवार 15 अप्रैल से शुरू की जा रही है। किसानों की सुविधा के लिए जिले में 79 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। इस बार सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य 1925 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
कलेक्टर श्री राकेश सिंह ने बताया कि उपार्जन केन्द्रों पर केवल एसएमएस प्राप्त किसानों के ही उपज की तौल की जाएगी। ऐसे किसान जिन्हें एसएमएस नहीं होता है, उन्हें केन्द्र पर आने की अनुमति नहीं रहेगी। मार्ग में कोरोना जांच बैरियर पर विक्रय हेतु ले जाने के लिए जिन वाहनों का उपयोग किया जा रहा है उनके साथ में पंजीकृत मोबाइल पर प्राप्त एसएमएस होना अनिवार्य है, अन्यथा उन्हें उपज बेचने जाने की अनुमति नहीं होगी।
लघु सीमांत किसानों को प्राथमिकता के आधार पर एनआईसी भोपाल से एसएमएस भेजे जाएंगे। एसएमएस प्राप्त किसानों के नाम एवं मोबाइल नंबर उपार्जन केन्द्र की लॉगिन पर प्रदर्शित कराए गए हैं। जिन्हें उपार्जन प्रभारी द्वारा एसएमएस प्राप्त किसानों के मोबाइल पर उपज विक्रय करने तथा केन्द्र पर अकेले उपस्थित होने की सूचना दी जाएगी। उनके साथ वृद्ध/बच्चों/अस्वस्थजनों को उपार्जन केन्द्र पर लाने की अनुमति नहीं होगी।
एक उपार्जन केन्द्र पर प्रारंभ में 6 किसानों को प्रतिदिन एसएमएस किए गए हैं जो कि सुबह या दोपहर दो पाली के लिए 3-3 किसानों के तौल के लिए होंगे। यदि एसएमएस प्राप्त किसान उन्हें दी गई तारीख पर उपज बेचने हेतु उपस्थित नहीं होते हैं तो उन्हें आगामी तारीख का एसएमएस जारी किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र में उपार्जन केन्द्र प्रभारियों द्वारा किसानों की सूची पटवारी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक को उपलब्ध कराई जावेगी तथा उनके माध्यम से एसएमएस प्राप्त किसान ही अपनी उपज विक्रय करने हेतु उपार्जन केन्द्र पर आएंगे।
उपार्जन केन्द्र पर आने वाले किसानों तथा केन्द्र पर कार्यरत कर्मचारियों के मध्य न्यूनतम 3-3 मीटर की दूरी बनाए रखना अनिवार्य है।
स्कन्ध की गुणवत्ता परीक्षण एवं कृषक तौल पर्ची और बिल जारी करने वाले ऑपरेटर तथा कर्मचारी के पास एक से अधिक किसान उपस्थित नहीं रहेंगे, इसके लिए 3-3 मीटर की दूरी पर चूने द्वारा बनाए गए गोले में खड़े रहने की व्यवस्था रहेगी।
किसानों सहित कर्मचारियों एवं हम्मालों के लिए मास्क का उपयोग करना एवं सेनेटाइजर्स अथवा साबुन से हाथ साफ करना आवश्यक रहेगा।
जिले के प्रत्येक केन्द्र पर नोडल अधिकारी, पर्यवेक्षण एवं समन्वय हेतु सेक्टर प्रभारी, गुणवत्ता परीक्षक एवं कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु किसानों को समझाईश देने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराने हेतु स्थानीय कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है।
उपार्जन के दौरान गुणवत्ता सम्बन्धी शिकायतों का गुणवत्ता नियंत्रण हेतु उपखण्ड स्तरीय समिति तथा जिला स्तरीय उपार्जन समिति का गठन किया गया है। साथ ही उपार्जन केन्द्रों पर आने वाली तकनीकी समस्याओं एवं शिकायतों को दर्ज कर त्वरित निराकरण हेतु जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष क्रमांक 07141-238632 है, जो प्रात: 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक संचालित रहेगा।