सफलता की कहानी- कोरोना से लड़ाई में स्व सहायता समूहों की महिलाएं बनीं कोरोना वारियर्स दीवारों पर चित्र बनाकर दी जा रही है कोरोना से बचाव की जानकारी


जिले में कोरोना से लड़ाई में स्व सहायता समूहों की महिलाएं भी आगे आकर कोरोना वारियर्स के रूप में सहयोग कर रही है। मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अंतर्गत जिले में गठित 32 महिला स्व सहायता समूहों से जुड़ीं 265 महिलाओं ने डब्ल्यूएचओ मानक अनुसार 90 हजार मास्क तैयार कर जनपद पंचायतों, ग्राम पंचायतों, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों को उपलब्ध कराए है। साथ ही मास्क ग्रामीण क्षेत्रों में भी वितरित किए जाते हैं।
सेनेटाइजर निर्माण
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एमएल त्यागी ने बताया कि एनआरएलएम के अंतर्गत गठित अन्नपूर्णा आजीविका समूह की महिलाओं द्वारा डब्ल्यूएचओ के मानक अनुसार 1200 लीटर सेनेटाइजर का निर्माण किया गया। जिसको पुलिस, नगरपालिका, स्वास्थ्य विभाग एवं ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराया गया है।
ग्रामों में जनजागृति का कार्य
समूहों की महिलाओं द्वारा कोरोना के खिलाफ मुहिम में अपने-अपने ग्रामों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की जानकारी भी प्रदाय करने का कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत दीवारों पर चित्र बनाकर एवं नारों के माध्यम से आमजन को इस बीमारी से बचाव में सावधानियां रखने की जानकारी प्रदान की जा रही है।
जिले में पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट एवं एप्रिन उपलब्ध हो सके, इसके लिए भी स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा पीपीई किट एवं एप्रिन की सिलाई का कार्य प्रारंभ करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके लिए आवश्यक सामग्रीस्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।