अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को ट्रेन से राज्य वापस लाने हेतु स्टेट कंट्रोल रूम मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल से निर्देश जारी किए गए हैं।
निर्देशों के अनुसार राज्य नोडल अधिकारियों द्वारा उक्त प्राप्त संख्या के आधार पर योजना जिसमें ट्रेन चलने की तिथि एवं समय प्रारंभिक रेल्वे स्टेशन तथा अंतिम गंतव्य स्टेशन, यात्रियों के नाम व मोबाइल नंबर एवं उनकी संख्या तथा मध्यप्रदेश के जिलों के नाम जिसमें वह निवास करते हैं, उल्लेखित होगा, अन्य राज्योंं एवं जिला कलेक्टरों के साथ साझा की जाएगी।
मध्यप्रदेश के जिला कलेक्टरों द्वारा प्रवासी मजदूरों की संख्या जो उक्त ट्रेनों में सफर करेंगे, के नाम एवं मोबाइल नंबर राज्य समन्वयक अधिकारी को प्रदाय की जाएगी, जो उन्हें अन्य राज्यों को अग्रेषित करेंगे। नोडल अधिकारी यह जानकारी अन्य स्त्रोतों से भी एकत्रित कर सकते हैं।
अन्य राज्यों द्वारा योजना अनुसार चिन्हित मजदूरों को निर्धारित रेलवे स्टेशन तक ल ाने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वह सभी ट्रेन में चढ़ सके। सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन किया जाए। सभी यात्रियों को टिकिट/एम-टिकिट भारतीय रेल द्वारा निर्धारित गाइड लाइन अनुसार प्रदान की जाएगी। किसी भी यात्री से रेल का किराया नहीं लिया जाएग। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि पृथक से इन यात्रियों को ई-पास प्रदाय करने की आवश्यकता नहीं है।
सभी यात्रियों का ट्रेन में सवार होने के पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा।
रेल मंत्रालय द्वारा निर्धारित गाइड लाइन अनुसार यात्रियों की खान-पान की व्यवस्था की जाएगी।
जिस स्टेशन पर यात्री उतरेंगे, उस जिले के जिला प्रशासन द्वारा उनका स्टेशन पर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। नाश्ता/भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी।
यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्टेशन पर भीड़-भाड़ न हो तथा यात्रियों को शीघ्र अपने गंतव्य के लिए रवाना किया जाए।
रेल सफर योजना में उल्लेखित जिन जिलों के मजदूर सफर कर रहे हैं, उन जिलों के कलेक्टरों द्वारा इन मजदूरों को गंतव्य स्टेशन से अपने गृह जिले तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। जहां पर मजदूरों की संख्या अत्यंत कम है, संबंधित कलेक्टर समन्वय कर एक से अधिक जिलों के (एक ही रूट के) मजदूरों को एक बस में ला सकेंगे।
सभी बसों पर स्पष्ट रूप से मजदूरों की संख्या एवं जिले का नाम प्रदर्शित किया जाएगा। बस प्रभारी के पास सभी मजदूरों के नाम एवं मोबाइल नंबर उपलब्ध हों। बस सफर के दौरान खाने-पीने की व्यवस्था बस प्रभारी द्वारा की जाएगी।
ट्रेन एवं बस में सफर के दौरान यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े, यह सुनिश्चित किया जाएगा।
मजदूरों को ट्रेन सफर पर तथा गंतव्य स्टेशन से गृह जिले तक जाने के बस सफर का खर्चा मध्यप्रदेश शासन द्वारा एसडीआरएफ से वहन किया जाए।
अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को ट्रेन से राज्य वापस लाने हेतु निर्देश